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छेना पोड़ा दिवस – भक्ति, संस्कृति और स्वाद का मीठा उत्सव

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भारत विविधताओं से भरा एक ऐसा देश है जहाँ हर त्यौहार अपने साथ एक गहरी आस्था, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और विशेष व्यंजन लेकर आता है। इन्हीं विशेष उत्सवों में से एक है छेना पोड़ा दिवस, जो ओडिशा के प्रसिद्ध और भगवान जगन्नाथ को प्रिय मिठाई छेना पोड़ा को समर्पित है। यह मिठाई न सिर्फ स्वाद में अनूठी है, बल्कि इसकी धार्मिक और सांस्कृतिक गहराई इसे और भी खास बनाती है।

क्या है छेना पोड़ा?

“छेना पोड़ा” का शाब्दिक अर्थ है — “जला हुआ पनीर”। यह मिठाई ताजे छेना (पनीर), चीनी, सूजी, इलायची और कभी-कभी सूखे मेवों से तैयार की जाती है। इसे पारंपरिक रूप से सल के पत्तों में लपेटकर धीमी आंच पर बेक किया जाता है, जिससे इसका बाहरी हिस्सा सुनहरा और हल्का जला हुआ बन जाता है, जो इसके स्वाद में एक खास तरह की करमलाइज्ड मिठास और खुशबू भर देता है।

छेना पोड़ा की कहानी – एक स्वादिष्ट संयोग

कहा जाता है कि एक समय, ओडिशा के नयागढ़ जिले में एक हलवाई ने गलती से मीठा छेना रात भर अंगीठी में छोड़ दिया। अगली सुबह, उसने पाया कि वह बेक होकर एक करमलाइज मिठाई में बदल चुका था। जब उसने चखा, तो स्वाद अद्भुत था। यही संयोग छेना पोड़ा के जन्म का कारण बना।

बाद में यह मिठाई भगवान जगन्नाथ को अर्पित की जाने लगी और धीरे-धीरे ओडिशा की सबसे प्रतिष्ठित मिठाई बन गई।

छेना पोड़ा दिवस क्यों मनाया जाता है?

छेना पोड़ा दिवस केवल एक मिठाई के स्वाद का उत्सव नहीं है, बल्कि यह ओड़िया विरासत, पारंपरिक रसोई की कला और सांस्कृतिक गर्व का उत्सव है। इसका उद्देश्य इस अद्भुत मिठाई को नई पीढ़ी तक पहुंचाना और इसे वैश्विक पहचान दिलाना है।

इस दिन ओड़िया समुदाय, सांस्कृतिक संगठन और मिठाई की दुकानों में विशेष रूप से छेना पोड़ा तैयार की जाती है। लोग इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ बाँटते हैं, और भगवान जगन्नाथ को अर्पित करते हैं।

श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर – दिल्ली में ओडिशा का स्वाद

दिल्ली के लोगों के लिए जो ओड़िया संस्कृति और स्वाद का अनुभव करना चाहते हैं, उनके लिए श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर एक आदर्श स्थान है। यह मंदिर न केवल भक्ति का केंद्र है, बल्कि यहाँ की “Dish of Odisha” नामक फूड आउटलेट, ओडिशा के पारंपरिक व्यंजनों को परोसती है।

यहाँ का छेना पोड़ा बिलकुल वैसे ही तैयार होता है जैसे ओडिशा में — शुद्ध, सादा और भक्ति से भरपूर। छेना पोड़ा दिवस के अवसर पर मंदिर में विशेष आयोजन होते हैं जहाँ यह मिठाई श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में दी जाती है।

ऑनलाइन भी उपलब्ध है स्वाद – Swiggy और Zomato से मंगवाएं

अगर आप मंदिर नहीं आ सकते, तो कोई बात नहीं! अब आप Dish of Odisha का छेना पोड़ा घर बैठे ऑनलाइन मंगवा सकते हैं — Swiggy और Zomato के माध्यम से। यह सेवा विशेष रूप से दक्षिण दिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में उपलब्ध है।

👉 बस सर्च करें:
Swiggy/Zomato पर: “Dish of Odisha, Thyagraj Nagar”

हर ऑर्डर ताजा तैयार किया जाता है और आपको घर पर ही मंदिर जैसा अनुभव मिलता है।

मंदिरों में छेना पोड़ा का आध्यात्मिक महत्व

छेना पोड़ा केवल एक मिठाई नहीं है — यह भगवान जगन्नाथ को अर्पित किया जाने वाला महाप्रसाद भी है। इसे बिना किसी मिलावट, शुद्ध और सत्विक तरीके से तैयार किया जाता है, जो इसे एक विशेष धार्मिक महत्व प्रदान करता है।

जब आप छेना पोड़ा का एक टुकड़ा खाते हैं, तो यह आपको आस्था, परंपरा और भक्ति से जोड़ता है।

स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहतर मिठाई

छेना पोड़ा अन्य पारंपरिक मिठाइयों की तुलना में हल्की और प्रोटीन युक्त होती है, क्योंकि यह पनीर से बनी होती है। साथ ही इसे तलने की बजाय बेक किया जाता है, जिससे यह स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बन जाती है।

आज के स्वास्थ्य-सचेत युवाओं के लिए यह मिठाई एक बेहतरीन परंपरागत विकल्प है।

ओडिशा से निकलकर विश्व तक – एक वैश्विक मिठाई

आज छेना पोड़ा सिर्फ ओडिशा तक सीमित नहीं है। ओड़िया समुदायों द्वारा देश और विदेश में भी यह मिठाई लोकप्रिय होती जा रही है। अमेरिका, दुबई, यूके आदि में रहने वाले ओड़िया समुदाय के लोग इस मिठाई को त्योहारों और सांस्कृतिक आयोजनों में शामिल कर रहे हैं।

छेना पोड़ा दिवस की यह वैश्विक स्वीकार्यता ओड़िया पहचान और रसोई की समृद्धि को दर्शाती है।

श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में हो रही है विशेष पूजा व आयोजन

छेना पोड़ा दिवस के अवसर पर श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में विशेष भजन, पूजा, कथा व प्रसाद वितरण होता है। मंदिर में छेना पोड़ा का पारंपरिक रूप से प्रदर्शन और वितरण किया जाता है। आप यहाँ आकर:

  • छेना पोड़ा का पारंपरिक तरीका देख सकते हैं

  • भगवान जगन्नाथ को मिठाई अर्पित कर सकते हैं

  • Dish of Odisha में बैठकर गर्मागर्म मिठाई का आनंद ले सकते हैं

  • अपने परिवार और दोस्तों के लिए पैक करवा सकते हैं

कैसे मनाएं छेना पोड़ा दिवस?

अगर आप दिल्ली में नहीं हैं, तो भी आप इस मिठास में शामिल हो सकते हैं:

  • घर पर छेना पोड़ा बनाने की कोशिश करें

  • ओडिशा और भगवान जगन्नाथ से जुड़ी कहानियाँ शेयर करें

  • Swiggy या Zomato से ऑर्डर कर अपने परिवार के साथ बाँटें

  • सोशल मीडिया पर पोस्ट करें और इन हैशटैग्स का उपयोग करें:
    #ChhenaPodaDivas #JagannathDelhi #DishOfOdisha #OdiaHeritage

निष्कर्ष: एक मिठाई, हजारों भावनाएँ

छेना पोड़ा दिवस सिर्फ एक मिठाई का उत्सव नहीं है, यह संस्कृति, श्रद्धा और स्वाद का संगम है। हर टुकड़ा सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि एक कहानी, एक परंपरा, और एक आस्था की अनुभूति कराता है।

चाहे आप इसे श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में प्रसाद के रूप में पाएं, Dish of Odisha में बैठकर गर्मागर्म खाएं, या ऑनलाइन ऑर्डर करें — छेना पोड़ा हर रूप में दिव्यता का अनुभव देता है।


तो आइए, इस छेना पोड़ा दिवस पर एक मीठा संकल्प लें – परंपरा का स्वाद चखें, संस्कृति को मनाएं और श्रद्धा के इस मीठे पर्व का हिस्सा बनें।

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