Rituals on Rath Yatra Day

Rath Yatra, celebrated with grandeur in Puri, Odisha, is a festival rich in rituals and traditions. The day of Rath Yatra is marked by a series of elaborate and spiritually significant rituals that attract millions of devotees from across the globe. Here’s a detailed look at the key rituals performed on Rath Yatra day: 1. […]

10 Fascinating Facts About Rath Yatra

1. Ancient Origins Rath Yatra has been celebrated for centuries, with its origins tracing back to ancient times. It is one of the oldest Hindu festivals, mentioned in various Puranas and scriptures. 2. Unique Chariots Every year, three new chariots are constructed for Lord Jagannath, Lord Balabhadra, and Goddess Subhadra. These chariots are made from […]

Why We Celebrate Rath Yatra

Introduction Rath Yatra, also known as the Festival of Chariots, is a significant Hindu festival celebrated with immense enthusiasm and devotion. The festival, primarily observed in Puri, Odisha, is dedicated to Lord Jagannath, an incarnation of Lord Vishnu, and his siblings, Lord Balabhadra and Goddess Subhadra. Rath Yatra is celebrated for various religious, mythological, and […]

Rath Yatra: A Divine Journey of Faith and Celebration

Introduction Rath Yatra, also known as the Festival of Chariots, is one of the most significant and vibrant Hindu festivals. Celebrated with great fervor and enthusiasm, Rath Yatra involves the procession of deities on elaborately decorated chariots. The most renowned Rath Yatra takes place in Puri, Odisha, dedicated to Lord Jagannath, his brother Balabhadra, and […]

SUNDERKAND PATH

सुंदरकांड पाठ । ॥ श्लोक ॥  शान्तं शाश्वतमप्रमेयमनघं निर्वाणशान्तिप्रदं, ब्रह्माशम्भुफणीन्द्रसेव्यमनिशं वेदान्तवेद्यं विभुम्‌। रामाख्यं जगदीश्वरं सुरगुरुं मायामनुष्यं हरिं,वन्देऽहं करुणाकरं रघुवरं भूपालचूडामणिम्‌॥१॥ नान्या स्पृहा रघुपते हृदयेऽस्मदीये,सत्यं वदामि च भवानखिलान्तरात्मा। भक्तिं प्रयच्छ रघुपुंगव निर्भरां मे,कामादिदोषरहितं कुरु मानसं च॥२॥ अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं,दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्‌। सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं,रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥३॥   ॥ चौपाई ॥ जामवंत के बचन सुहाए।सुनि हनुमंत हृदय अति भाए॥ तब […]

Shree Hanuman Chalisa (श्री हनुमान चालीसा)

Shree Hanuman Chalisa (श्री हनुमान चालीसा) श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारिबरनऊं रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारिबुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन कुमारबल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार जय हनुमान ज्ञान गुन सागरजय कपीस तिहुं लोक उजागररामदूत अतुलित बल धामाअंजनि पुत्र पवनसुत नामा महाबीर बिक्रम बजरंगीकुमति निवार सुमति के संगीकंचन बरन बिराज […]

TULSI PUJA – तुलसी पूजा

Tulsi Puja तुलसी माता का स्तुति मंत्र  देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः,नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।।  मां तुलसी का पूजन मंत्र  तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।   तुलसी माता का ध्यान मंत्र  तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी […]

रघु दास – भगवान जगन्नाथ के सच्चे भक्त | भागवत-कथा

एक समय रघु दास नाम के भगवान रामचन्द्र के एक महान भक्त थे। वह पुरी में जगन्नाथ मंदिर के सिंह द्वार के पास एक बड़ी छतरी के नीचे रहते थे। एक बार जब वह भगवान जगन्‍नाथ के दर्शन करने गये तो उन्‍होंने जगन्‍नाथ की वेदी पर राम, लक्ष्‍मण और सीता को देखा। उस दिन से […]

जगन्नाथ मंगल आरती (Jagannath Mangal Aarti)

आरती श्री जगन्नाथआरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी,आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी, मंगलकारी नाथ आपादा हरि,कंचन को धुप दीप ज्योत जगमगी,अगर कपूर बाटी भव से धारी,आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी,आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी,घर घरन बजता बाजे बंसुरी,घर घरन बजता बाजे बंसुरी,झांझ या मृदंग बाजे, ताल खनजरी,आरती श्री जगन्नाथ मंगल कारी,आरती श्री बैकुंठ मंगलकारी,निरखत मुखारविंद परसोत चरनारविन्द आपादा […]