श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में भव्य नवरात्रि महोत्सव
नवरात्रि हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे शक्ति की उपासना के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा, व्रत, और भजन-कीर्तन के माध्यम से भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है। 2025 में यह पर्व 30 मार्च से 6 अप्रैल तक मनाया जाएगा।नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि का अर्थ है ‘नौ रातें’, जिनमें माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। यह समय आध्यात्मिक जागरूकता, भक्ति और शक्ति के संचार का होता है। भक्तगण व्रत रखते हैं, माँ की आराधना करते हैं और उनके आशीर्वाद से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।माँ दुर्गा के नौ स्वरूप
हर दिन माँ दुर्गा के एक अलग रूप की पूजा की जाती है:- माँ शैलपुत्री – पर्वतराज हिमालय की पुत्री, जो शुद्धता और भक्ति का प्रतीक हैं।
- माँ ब्रह्मचारिणी – ज्ञान और तपस्या की देवी, जो आत्मसंयम और साधना को दर्शाती हैं।
- माँ चंद्रघंटा – शौर्य और पराक्रम की देवी, जिनका स्वरूप सिंह पर सवार और शत्रुनाशक है।
- माँ कूष्मांडा – ब्रह्मांड की रचनाकार, जो अपने तेज से चारों दिशाओं को प्रकाशित करती हैं।
- माँ स्कंदमाता – भगवान कार्तिकेय की माता, जो भक्तों को सुख और मोक्ष प्रदान करती हैं।
- माँ कात्यायनी – शक्ति और साहस का प्रतीक, जो भक्तों के संकट हरती हैं।
- माँ कालरात्रि – अंधकार और नकारात्मकता का नाश करने वाली, जो भय को दूर करती हैं।
- माँ महागौरी – शांति और बुद्धि की देवी, जो निष्कलंकता और करुणा का प्रतीक हैं।
- माँ सिद्धिदात्री – सभी सिद्धियों को प्रदान करने वाली, जो भक्तों की सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करती हैं।
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में नवरात्रि आयोजन
दिल्ली के प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में इस वर्ष नवरात्रि के विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। भक्तों के लिए विशेष पूजन, आरती, हवन और सुंदरकांड पाठ की व्यवस्था की गई है।कार्यक्रम विवरण
📌 30 मार्च 2025 से 6 अप्रैल 2025- कलश स्थापना व अखंड दीप प्रज्वलन – सुबह 8:00 बजे
- कन्या पूजन – 5 अप्रैल 2025 (अष्टमी तिथि) सुबह 10:00 बजे
- स्वस्तिक पाठ – सुबह 11:00 बजे
- पूजा – सुबह 11:45 बजे
- यज्ञ – दोपहर 12:00 से 12:30 बजे तक
- आरती व पुष्पांजलि – दोपहर 12:30 से 12:45 बजे तक
- पूर्णाहुति – दोपहर 12:45 से 1:00 बजे तक
- सुंदरकांड पाठ – शाम 5:00 से 6:45 बजे तक
- आरती – शाम 7:30 बजे
- पुष्पांजलि – शाम 7:40 बजे
माता की आरती
🙏 जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी 🙏 भक्तगण माता की भव्य आरती में भाग लेकर उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं। आरती के समय पूरा मंदिर परिसर भक्ति से गुंजायमान होगा।नवरात्रि व्रत और धार्मिक परंपराएँ
नवरात्रि के दौरान भक्तगण व्रत रखते हैं, जिसमें सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है। इस दौरान फल, दूध, साबूदाना, कुट्टू का आटा, सिंघाड़े का आटा आदि का सेवन किया जाता है। कुछ भक्तगण पूरे नौ दिनों तक निर्जला व्रत रखते हैं। व्रत के दौरान सुबह और शाम माँ दुर्गा की पूजा की जाती है।नवरात्रि में घटस्थापना का महत्व
घटस्थापना नवरात्रि की एक प्रमुख विधि है। इसे शुभ मुहूर्त में किया जाता है और इसमें मिट्टी के पात्र में जौ बोए जाते हैं। घटस्थापना माँ दुर्गा के स्वागत और शक्ति के आह्वान का प्रतीक होती है।भक्तों के लिए विशेष संदेश
नवरात्रि आत्मशुद्धि, साधना और भक्ति का पर्व है। यह समय नकारात्मकता को दूर करने और आत्मिक उन्नति के लिए उपयुक्त होता है। माँ दुर्गा की कृपा से यह नवरात्रि सभी भक्तों के जीवन में समृद्धि और सौभाग्य लाए।निष्कर्ष
नवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि शक्ति, भक्ति और आत्मिक शुद्धि का एक महान अवसर है। श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में इस पावन पर्व के दौरान विशेष आयोजन किए जा रहे हैं। माता रानी की कृपा से यह पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता लेकर आए। 🔗 अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट देखें: www.shrijagannathmandirdelhi.in
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