श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में विशेष पूजा आयोजन
भारत की संस्कृति में हर त्योहार के पीछे एक भावनात्मक और आध्यात्मिक कहानी छिपी होती है।
ऐसा ही एक अद्भुत पर्व है — करवा चौथ, जिसे देशभर में महिलाएँ अपने पति की दीर्घायु, सुख और समृद्धि की कामना के लिए मनाती हैं।
इस वर्ष करवा चौथ 2025 का शुभ अवसर 10 अक्टूबर, शुक्रवार को पड़ रहा है।
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में इस दिन विशेष करवा चौथ पूजा और कथा का आयोजन किया जा रहा है।
आइए जानें इस पर्व का महत्व, इसकी परंपरा, आरती, और क्यों यह पूजा श्री जगन्नाथ मंदिर में विशेष मानी जाती है।
🌸 करवा चौथ का इतिहास और महत्व (Karwa Chauth Vrat Mahatva)
करवा चौथ का व्रत हजारों वर्षों पुरानी परंपरा है।
कहते हैं, जब पति युद्ध या यात्राओं पर जाते थे, तब पत्नियाँ उनके सुरक्षित लौटने की कामना करती थीं।
यह व्रत नारी की अडिग निष्ठा, विश्वास और प्रेम का प्रतीक बन गया।
इस दिन महिलाएँ निर्जला उपवास रखती हैं, यानी पूरे दिन बिना जल के रहती हैं।
रात को जब चाँद निकलता है, तब वह चाँद को छलनी से देखकर अपने पति का चेहरा देखती हैं और जल ग्रहण करती हैं।
यह प्रक्रिया पति-पत्नी के अटूट बंधन और एक-दूसरे के प्रति समर्पण का प्रतीक मानी जाती है।
💫 करवा चौथ 2025 की विशेषता
करवा चौथ 2025 का संयोग अत्यंत शुभ माना जा रहा है, क्योंकि यह दिन शुक्रवार के साथ शुभ योगों में पड़ रहा है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस बार का चंद्रोदय समय लगभग 08:16 PM रहेगा।
पूजा और कथा का समय शाम 4:00 बजे से प्रारंभ होगा, और चंद्र दर्शन तक उत्सव का माहौल रहेगा।
🕉️ श्री जगन्नाथ मंदिर में करवा चौथ पूजा क्यों करें?
दिल्ली के केंद्र में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, भक्ति और शांति का अद्भुत संगम है।
यह मंदिर न केवल भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा के दिव्य दर्शन का स्थान है, बल्कि यहाँ का वातावरण हर भक्त के मन को शुद्ध और शांत करता है।
यहाँ करवा चौथ पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है क्योंकि —
1️⃣ पवित्र वातावरण – मंदिर की आध्यात्मिक ऊर्जा मन को स्थिर करती है और व्रत का फल अनेक गुना बढ़ जाता है।
2️⃣ सामूहिक कथा और आरती – यहाँ अनुभवी पंडितों द्वारा पारंपरिक रीति से कथा व पूजा कराई जाती है।
3️⃣ पूरी पूजा सामग्री उपलब्ध – मंदिर परिसर में ही पूजा की थाली (चलनी, दिया, मिठाई, सिंदूर आदि) उपलब्ध रहती है।
4️⃣ भक्ति और सौहार्द का माहौल – महिलाएँ एक साथ पूजा करती हैं, जिससे “सौभाग्य और बहनचारे” का भाव और मजबूत होता है।
5️⃣ भगवान जगन्नाथ की कृपा – यहाँ की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम, स्थिरता और समृद्धि बढ़ती है।
🪔 श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में करवा चौथ पूजा कार्यक्रम
📅 तारीख: 10 अक्टूबर 2025
🕓 समय: शाम 4:00 बजे से
📍 स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली
कार्यक्रम की झलकियाँ:
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पारंपरिक करवा चौथ कथा व पूजा
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सामूहिक आरती
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चाँद दर्शन व व्रत समापन
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मंदिर परिसर में फोटो व भक्ति संगीत
✨ पूरी पूजा थाली मंदिर की दुकान पर उपलब्ध: चलनी, दिया, मिठाई, सिंदूर, कलश, नारियल आदि।
🙏 करवा चौथ पूजा विधि (Karwa Chauth Puja Vidhi)
1️⃣ सुबह सरगी – सूर्योदय से पहले सास द्वारा दी गई सरगी खाई जाती है।
2️⃣ व्रत संकल्प – स्नान कर माता पार्वती और भगवान शिव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लिया जाता है।
3️⃣ शाम की पूजा – चाँद निकलने से पहले करवा चौथ की कथा सुनी जाती है।
4️⃣ कथा के बाद आरती – माता गौरी, करवा माता और चंद्र देव की पूजा की जाती है।
5️⃣ चाँद दर्शन और व्रत खोलना – छलनी से चाँद देखकर पति के हाथ से जल ग्रहण किया जाता है।
🌼 करवा चौथ आरती (Karwa Chauth Aarti)
ॐ जय करवा माता, जय जय करवा माता।
सौभाग्य दे सुहागिन को, वर दे सुहागन माता॥ ॐ जय करवा माता॥
सिंदूर बिंदिया कुमकुम में, तेरी छवि समाई।
माता तेरा ध्यान जो धरे, उसकी बिगड़ी बनाई॥ ॐ जय करवा माता॥
करवा में जो जल भरे, सच्चे मन से माता।
उसका सुहाग अमर रहे, आशीष दे करवा माता॥ ॐ जय करवा माता॥
तेरे चरणों में शीश झुका, वर मांगूँ मैं माता।
सदा सुहागिन रहूँ, यही आशीर्वाद दे माता॥ ॐ जय करवा माता॥
इस आरती को श्रद्धा से गाने पर माता करवा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
💖 करवा चौथ का आध्यात्मिक अर्थ
करवा चौथ केवल पति की लंबी आयु के लिए रखा गया व्रत नहीं, बल्कि यह स्त्री की शक्ति, त्याग और प्रेम की अभिव्यक्ति है।
यह पर्व यह सिखाता है कि जब रिश्तों में समर्पण और विश्वास होता है, तब जीवन के हर संकट को पार किया जा सकता है।
📿 करवा चौथ और भगवान जगन्नाथ का संबंध
भगवान जगन्नाथ, जिन्हें ‘विश्व के स्वामी’ कहा गया है, अपने भक्तों के हर व्रत और कर्म के साक्षी हैं।
माना जाता है कि जब कोई भक्त श्री जगन्नाथ मंदिर में पूजा करता है, तो भगवान स्वयं उस भक्ति को स्वीकार करते हैं।
इसीलिए करवा चौथ जैसे पवित्र अवसर पर यहाँ पूजा करने से पति-पत्नी के रिश्ते में गहराई, प्रेम और स्थायित्व आता है।
✨ श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर की विशेषता
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दक्षिण दिल्ली का प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र
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नियमित पूजा, भजन, और विशेष पर्व आयोजन
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स्वच्छ और शांति से भरा वातावरण
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भक्तों के लिए पूजा सामग्री और प्रसाद की सुविधा
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महिला भक्तों के लिए विशेष आयोजन
यहाँ का वातावरण श्रद्धा और सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है, जहाँ हर पूजा आत्मा को शांति और मन को प्रसन्नता देती है।
🌺 FAQs : करवा चौथ 2025 से जुड़े सामान्य प्रश्न
1️⃣ करवा चौथ व्रत कब है 2025 में?
👉 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार के दिन।
2️⃣ करवा चौथ का व्रत कौन रख सकता है?
👉 विवाहित महिलाएँ अपने पति की लंबी आयु के लिए और अविवाहित कन्याएँ अपने मनचाहे वर के लिए रख सकती हैं।
3️⃣ श्री जगन्नाथ मंदिर में क्या-क्या व्यवस्था है?
👉 सामूहिक पूजा, कथा, आरती, और पूजा सामग्री (चलनी, दिया, मिठाई, सिंदूर) सब मंदिर परिसर में उपलब्ध है।
4️⃣ क्या मंदिर में पुरुष भी आ सकते हैं?
👉 जी हाँ, पूजा में पति-पत्नी दोनों आ सकते हैं और साथ में चाँद दर्शन कर सकते हैं।
5️⃣ करवा चौथ पूजा के लाभ क्या हैं?
👉 यह पूजा वैवाहिक जीवन में प्रेम, शांति, और दीर्घायु का आशीर्वाद देती है।
🌕 श्री जगन्नाथ मंदिर में करवा चौथ पूजा का आमंत्रण
प्रिय भक्तों,
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में हम सब मिलकर करवा चौथ का पर्व भक्ति, प्रेम और उत्साह के साथ मनाएँगे।
🪔 कार्यक्रम: करवा चौथ पूजा एवं कथा
📅 तारीख: 10 अक्टूबर 2025
🕓 समय: शाम 4 बजे से
📍 स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली
✨ अपने परिवार और मित्रों के साथ आएं,
चाँद की रोशनी में भक्ति, प्रेम और सौभाग्य का यह अद्भुत संगम अनुभव करें।
🙏 जय जगन्नाथ! जय करवा माता! 🙏
🕊️ निष्कर्ष (Conclusion)
करवा चौथ भारतीय संस्कृति का वह पावन उत्सव है, जो विश्वास, प्रेम और अटूट निष्ठा का संदेश देता है।
इस वर्ष इसे और भी विशेष बनाइए —
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में पूजा करके भगवान जगन्नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करें और अपने जीवन में सुख, शांति, और सौभाग्य का दीप जलाएँ।