Baman Janma & Sunia
बामन जन्म एवं सुनिया – 2025 का पावन पर्व
तारीख: 2 सितम्बर 2025
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भगवान विष्णु के पाँचवें अवतार बामन अवतार का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस दिन को बामन द्वादशी या बामन जन्म कहा जाता है। इसी दिन सुनिया का पर्व भी विशेष रूप से ओडिशा और पूर्वी भारत में मनाया जाता है, जो एक शुभ वार्षिक अवसर है जब लोग नया कार्य, खरीदारी, या धार्मिक अनुष्ठान शुरू करते हैं।
दिल्ली में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में यह पर्व हर वर्ष बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, जहाँ भजन, कीर्तन, पूजा-अर्चना और विशेष प्रसाद वितरण का आयोजन होता है।
बामन जन्म का महत्व
पुराणों के अनुसार, त्रेतायुग में राजा बलि ने तीनों लोकों पर अपना अधिकार कर लिया था। भगवान विष्णु ने बामन रूप में अवतार लेकर केवल तीन पग भूमि माँगी। पहले पग में उन्होंने पृथ्वी, दूसरे में आकाश नाप लिया और तीसरे पग के लिए राजा बलि ने अपना सिर झुका दिया। यह कथा त्याग, धर्म और वचन पालन का अद्भुत उदाहरण है।
ओड़िया संस्कृति में इसे "ବାମନ ଜନ୍ମ" (Bāman Janma) कहा जाता है, और इस दिन भगवान विष्णु के बामन रूप की विशेष पूजा होती है।
सुनिया का महत्व
सुनिया ओडिशा में एक अत्यंत पवित्र दिन माना जाता है। इसे नया कार्य, नई खरीदारी, और धार्मिक क्रियाओं की शुरुआत के लिए शुभ माना जाता है। यह दिन खासतौर पर पंडित और ज्योतिषाचार्यों के लिए नए पंचांग वर्ष की शुरुआत के रूप में भी जाना जाता है।
ओड़िया में एक कहावत है –
"ସୁଣିଆରେ କାମ ଆରମ୍ଭ କଲେ, ସଫଳତା ନିଶ୍ଚିତ"
(सुनिया के दिन कार्य प्रारंभ करने से सफलता निश्चित होती है।)
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में उत्सव
इस पावन दिन पर मंदिर में विशेष महाप्रसाद की व्यवस्था होती है, जिसमें दही-पाखाल, खिचड़ी, और चापन भोग जैसी पारंपरिक ओड़िया व्यंजन परोसे जाते हैं। सुबह से भजन-कीर्तन, बामन जन्म कथा वाचन, और सुनिया के अवसर पर शुभारंभ पूजा की जाती है।
मंदिर के पुजारी इस दिन विशेष मंत्रोच्चार के साथ पूजा करते हैं:
"ॐ वामनाय नमः"
"ॐ श्रीविष्णवे नमः"
ओड़िया पंक्तियाँ (विशेष भक्ति माहौल के लिए)
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"ବାମନ ଅବତାର, ଧର୍ମର ପରିଚୟ, ଅହଂକାରର ପତନ"
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"ସୁଣିଆର ଶୁଭଦିନେ, ପ୍ରତ୍ୟେକ କାମରେ ଶୁଭାରମ୍ଭ କରନ୍ତୁ"
पर्व से जुड़ी परंपराएँ
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बामन जन्म पर व्रत और उपवास रखा जाता है।
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भगवान विष्णु को पीला वस्त्र, चावल, दही और तिल अर्पित किए जाते हैं।
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सुनिया के दिन लोग नए वस्त्र पहनते हैं, नया लेखाजोखा शुरू करते हैं।
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मंदिर और घरों में शुभ प्रतीक बनाकर सजावट की जाती है।
FAQs
Q1. बामन जन्म कब मनाया जाता है?
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को। 2025 में यह 2 सितम्बर को है।
Q2. सुनिया का महत्व क्या है?
यह नया कार्य प्रारंभ करने, नया हिसाब शुरू करने और शुभ कार्यों के लिए पवित्र दिन है।
Q3. श्री जगन्नाथ मंदिर त्यागराज नगर में क्या होता है?
विशेष पूजा, कथा वाचन, भजन-कीर्तन और महाप्रसाद वितरण होता है।
Q4. क्या इस दिन व्रत रखा जाता है?
हाँ, बहुत से भक्त व्रत रखते हैं और दिन भर पूजा-अर्चना करते हैं।
अगर आप दिल्ली में हैं, तो श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में इस बार बामन जन्म और सुनिया का दिव्य अनुभव जरूर लें।
भक्ति, संस्कृति और परंपरा का यह संगम आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाएगा।