🌺 माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा श्री जगन्नाथ मंदिर दिल्ली में: संयम, तप और आत्मबल की देवी
नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा पूरे श्रद्धा भाव से की जाती है। माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा श्री जगन्नाथ मंदिर दिल्ली में विशेष रूप से आत्मबल, ज्ञान, और दृढ़ इच्छाशक्ति प्राप्त करने के लिए होती है। यह दिन उन भक्तों के लिए अत्यंत फलदायक माना जाता है जो जीवन में धैर्य और साधना के मार्ग पर अग्रसर हैं।
🕉️ पौराणिक कथा
माँ ब्रह्मचारिणी को देवी पार्वती का तपस्विनी रूप माना जाता है। अपने पूर्व जन्म में उन्होंने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए कठिन तप किया। वर्षों तक फल-फूल और फिर निर्जल रहकर उन्होंने जो कठोर साधना की, उससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें अपनी अर्धांगिनी के रूप में स्वीकार किया। इसी कारण उन्हें ब्रह्मचारिणी कहा जाता है — अर्थात ब्रह्म (तप/ज्ञान) में आचरण करने वाली।
🌟 माँ ब्रह्मचारिणी का स्वरूप
माँ का स्वरूप शांत, तेजस्वी और साधनारत होता है।
उनके दाहिने हाथ में जप माला और बाएं हाथ में कमंडल होता है।
वे सफेद वस्त्र धारण करती हैं और तप, संयम व ज्ञान की प्रतीक हैं।
🌸 पूजा का महत्व श्री जगन्नाथ मंदिर दिल्ली में
माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा श्री जगन्नाथ मंदिर दिल्ली में करने से भक्तों को मिलता है:
आत्मबल और इच्छाशक्ति
कठिनाइयों में संयम और समाधान
ज्ञान और वैराग्य का मार्ग
अध्यात्मिक ऊर्जा और शांति
इस दिन मंदिर में विशेष अनुष्ठान, मंत्र जाप और आरती आयोजित की जाती है, जिससे पूरे वातावरण में दिव्यता फैल जाती है।
🕯️ मंत्र
“ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः”
इस मंत्र का जाप करने से मन स्थिर होता है और साधना में सफलता मिलती है।
🙏 माँ ब्रह्मचारिणी की आरती
जय ब्रह्मचारिणी माता, जय ब्रह्मचारिणी माता।
तुमको निशदिन ध्यावत, हर विष्णु विधाता॥
शंकर के घर जाने वाली, माता शुभ दाता।
अखंड ज्योति जलाकर, माँ, तप का दीप जलाया॥
रुद्राक्ष की माला धारण, कर में कमंडल शोभे।
संत जनों की हो रक्षा, हर भक्त तुझको लोभे॥
व्रत जो तेरा धारण करते, भवसागर तर जाते।
सभी कष्ट मिटाकर माता, सबका उद्धार कराते॥
निष्कर्ष
माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा श्री जगन्नाथ मंदिर दिल्ली में भक्तों को साहस, धैर्य, और साधना के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा देती है। जो भी भक्त श्रद्धा से माँ का ध्यान करता है, उसे जीवन में आत्मबल और विजय अवश्य प्राप्त होती है।
🙏 जय माता दी! 🙏