नीलाद्री बिजे 2025: रथ यात्रा का भव्य समापन – जब भगवान जगन्नाथ अपने धाम लौटते हैं, और रूठी प्रिया को मनाते हैं!
नीलाद्री बिजे त्यागराज नगर: आस्था, प्रेम और मिलन का ये अद्वितीय पर्व! एक महीने से अधिक समय तक चला प्रतीक्षा का सफर, दस दिनों की अलौकिक यात्रा, और फिर एक भव्य घर वापसी – यही है नीलाद्री बिजे का सार. यह सिर्फ रथों का लौटना नहीं, बल्कि भगवान जगन्नाथ की अपने धाम में विजयी वापसी है. इससे भी बढ़कर, यह अपनी प्रिय पत्नी देवी लक्ष्मी को मनाने की एक प्रेमिल लीला है. 08 जुलाई, 2025 को, दिल्ली के त्यागराज नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर, नीलाद्री बिजे के इस हृदयस्पर्शी अनुष्ठान का साक्षी बनेगा. यह वह दिन है जब रथ यात्रा का महापर्व अपने चरम पर पहुँचता है, और भगवान अपने सिंहासन पर पुनः विराजमान होते हैं. आइए, इस अंतिम और सबसे भावुक अनुष्ठान के महत्व, इसकी अनोखी कथाओं और त्यागराज नगर में इसके जीवंत आयोजन को विस्तार से जानें. नीलाद्री बिजे: यात्रा का चरमोत्कर्ष और भावनात्मक पुनर्मिलन ‘नीलाद्री बिजे’ का