The Oldest Shri Jagannath Mandir in Delhi & NCR - Since 1968

शिव विवाह 2025: त्यागराज नगर में देखें महादेव और माता पार्वती का दिव्य मिलन!

शिव विवाह त्यागराज नगर 2025: भगवान शिव और माता पार्वती का दिव्य मिलन

शिव विवाह 2025: त्यागराज नगर में साक्षात् प्रेम की अलौकिक गाथा!

कल्पना कीजिए – एक ऐसा पल, जब देवों के देव महादेव और आदिशक्ति माता पार्वती एक अटूट बंधन में बंधते हैं! यह सिर्फ एक पौराणिक कथा नहीं, बल्कि हर साल जीवंत होने वाला एक दिव्य उत्सव है, जो प्रेम, त्याग और समर्पण की अद्भुत गाथा सुनाता है. क्या आप इस अलौकिक विवाह के साक्षी बनने को तैयार हैं?

दिल्ली के दिल, त्यागराज नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर, में इस वर्ष यह पवित्र आयोजन पूरी भव्यता से मनाया जाएगा. यहाँ सिर्फ रथ यात्रा की परंपराएं ही नहीं, बल्कि हर बड़े हिंदू पर्व को भी उसी निष्ठा और उत्साह के साथ जीवंत किया जाता है. इस बार मौका है महादेव और माता पार्वती के विवाह का – जिसे शिव विवाह के नाम से जाना जाता है. यह ऐसा अवसर है, जहाँ भक्त शिव-पार्वती के अमर प्रेम से जुड़कर स्वयं को धन्य महसूस करते हैं. आइए, जानते हैं इस दिव्य पर्व का महत्व, इसके पीछे की कहानी और कैसे आप इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा बन सकते हैं!

शिव विवाह का अलौकिक महत्व: क्यों मनाते हैं ये पर्व? 

शिव विवाह का पर्व सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह केवल एक विवाह समारोह नहीं, बल्कि सृजन, संतुलन और आध्यात्मिक मिलन का प्रतीक है.

शिव-पार्वती: प्रेम, तप और त्याग की अमर कहानी 

पौराणिक कथाओं के अनुसार, माता सती के आत्मदाह के बाद, भगवान शिव गहन तपस्या में लीन हो गए. सृष्टि में असंतुलन आ गया, और देवताओं को तारकासुर जैसे राक्षसों से मुक्ति दिलाने के लिए शिव-पार्वती के मिलन की आवश्यकता थी. माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की, अपने प्रेम और दृढ़ निश्चय से महादेव का ध्यान भंग किया. यह विवाह दर्शाता है कि सच्चा प्रेम और तपस्या किसी भी बाधा को पार कर सकते हैं. इसलिए, शिव विवाह हमें प्रेम की शक्ति, तपस्या का महत्व और दैवीय इच्छाओं को पूरा करने की प्रेरणा देता है.

गृहस्थ जीवन और संतुलन का आदर्श 

भगवान शिव वैरागी हैं और माता पार्वती गृहस्थ की प्रतीक. उनका विवाह गृहस्थ जीवन के आदर्शों को स्थापित करता है. यह दिखाता है कि आध्यात्मिकता और सांसारिक जीवन दोनों को कैसे संतुलित किया जा सकता है. विवाहित जोड़े इस दिन शिव-पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, ताकि उनके दांपत्य जीवन में भी सुख-शांति और प्रेम बना रहे. निश्चित रूप से, शिव विवाह परिवारिक सौहार्द और जीवन के हर पहलू में संतुलन का संदेश देता है.

त्यागराज नगर में शिव विवाह 2025: कार्यक्रम की रूपरेखा 

दिल्ली के त्यागराज नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर, अपनी जीवंत परंपराओं और भक्तिमय वातावरण के लिए जाना जाता है. इस साल 31 मई, 2025 को होने वाला शिव विवाह कार्यक्रम भी पूरी भव्यता से मनाया जाएगा. मंदिर प्रबंधन ने भक्तों के लिए एक विशेष कार्यक्रम तैयार किया है, ताकि हर कोई इस दिव्य उत्सव का पूर्ण आनंद ले सके.

हल्दी की रस्म: 30 मई, 2025 

शिव विवाह से ठीक एक दिन पहले, 30 मई, 2025 को शाम 06:00 बजे से रात 09:00 बजे तक, गौरी शंकर की हल्दी की रस्म मनाई जाएगी. यह एक अत्यंत शुभ और पारंपरिक अनुष्ठान है. इस दौरान भक्तगण स्वयं भगवान शिव और माता पार्वती को हल्दी अर्पित करेंगे. यह रस्म विवाह की शुरुआत का प्रतीक है, जहाँ भक्तगण उत्साह और आनंद से भाग लेते हैं.

शिव विवाह (मुख्य कार्यक्रम): 31 मई, 2025 

मुख्य शिव विवाह कार्यक्रम 31 मई, 2025 को आयोजित होगा:

  • बारात (नगर परिक्रमा): शाम 06:00 बजे से 07:30 बजे तक, भगवान शिव की भव्य बारात नगर परिक्रमा के लिए निकलेगी. भक्तगण ढोल-नगाड़ों और जयकारों के साथ बारात में शामिल होंगे. यह दृश्य अत्यंत मनमोहक और उत्साहपूर्ण होगा. निश्चित रूप से, यह एक ऐसा पल होगा जब पूरा त्यागराज नगर भक्ति के रंग में सराबोर हो जाएगा.
  • शिव विवाह (वेदी के ऊपर पूजा): शाम 07:30 बजे से रात 10:00 बजे तक, मंदिर परिसर में वेदी के ऊपर भगवान शिव और माता पार्वती का शुभ विवाह संपन्न होगा. इस दौरान मंत्रोच्चार और वैदिक रीति-रिवाजों के अनुसार पूरा विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा. भक्तगण इस पवित्र पल के साक्षी बनकर दिव्य आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.

श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर: एक परंपरा का जीवंत केंद्र 

श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली, सिर्फ एक पूजा स्थल नहीं है. यह पुरी की प्राचीन परंपराओं को दिल्ली में जीवंत रखने वाला एक महत्वपूर्ण केंद्र है. मंदिर प्रबंधन और स्वयंसेवक हर पर्व को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ आयोजित करते हैं.

हमारा पता और संपर्क 

हमारा मंदिर भक्तों को एक शांत और आध्यात्मिक वातावरण प्रदान करता है, जहाँ वे अपनी आस्था को गहरा कर सकते हैं. यह सुनिश्चित किया जाता है कि सभी कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हों और भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.

निष्कर्ष 

शिव विवाह 2025 त्यागराज नगर में एक ऐसा उत्सव होगा, जो प्रेम, भक्ति और परंपरा के धागे से बुना होगा. यह भगवान शिव और माता पार्वती के शाश्वत मिलन का पर्व है, जो हमें रिश्तों के महत्व और तपस्या की शक्ति सिखाता है. श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, आपको इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है. इसलिए, इस 30 और 31 मई, 2025 को अपने परिवार और मित्रों के साथ आएं, इस अनूठे विवाह उत्सव का साक्षी बनें, और महादेव व माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करें!

💖 भक्तों से विनम्र अनुरोध – करें पुण्य का दान

🌼 आस्था का अर्पण, सेवा का समर्पण! 🙏
श्री जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 में आधार पाणा महोत्सव हेतु आपका योगदान बने भगवान की सेवा का अमूल्य हिस्सा।
रथ की गरिमा, महाप्रसाद की मधुरता और भक्ति का भाव – सबमें आपकी भेंट होगी सहभागी।
आज ही सहयोग करें और श्री जगन्नाथ की कृपा पाएं!
अब योगदान करें – और पाएं भगवान जगन्नाथ का अपार आशीर्वाद!
आज ही दान करें और इस पुण्य अवसर का हिस्सा बनें!
दान करें और पाएं भगवान जगन्नाथ की कृपा व 80G कर छूट का लाभ।

📞 अधिक जानकारी हेतु संपर्क करें: +919319045850
💳 ऑनलाइन दान लिंक:  DONATION
📍 स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली
🌐 www.shrijagannathmandirdelhi.in

QR-CODE-FOR-DONATION

शिव विवाह: आपके मन के सवाल, हमारे जवाब (FAQs)

शिव विवाह भगवान शिव और माता पार्वती के पवित्र विवाह का उत्सव है. यह प्रेम, तपस्या और गृहस्थ जीवन में संतुलन का प्रतीक है. त्यागराज नगर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर में शिव विवाह कार्यक्रम 30 मई और 31 मई, 2025 को आयोजित किया जाएगा.

यह पर्व हमें प्रेम की शक्ति, तपस्या का महत्व और दांपत्य जीवन में सुख-शांति व संतुलन बनाए रखने की प्रेरणा देता है. माना जाता है कि इस दिन शिव-पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने से वैवाहिक जीवन सफल होता है और सभी बाधाएँ दूर होती हैं.

Accordion Content

कार्यक्रम की शुरुआत 30 मई, 2025 को शाम 06:00 बजे से गौरी शंकर की हल्दी की रस्म से होगी. 31 मई, 2025 को शाम 06:00 बजे से भगवान शिव की बारात (नगर परिक्रमा) निकलेगी, जिसके बाद शाम 07:30 बजे से वेदी के ऊपर मुख्य शिव विवाह पूजा संपन्न होगी.

जी हाँ, भक्तगण हल्दी की रस्म में स्वयं भगवान शिव और माता पार्वती को हल्दी अर्पित कर सकते हैं. साथ ही, 31 मई को होने वाली भव्य बारात (नगर परिक्रमा) में भी भक्तगण उत्साह और भक्ति के साथ शामिल हो सकते हैं.

Accordion Content

श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, त्यागराज स्टेडियम के पास (गेट नंबर 1 के सामने), नई दिल्ली-110003 पर स्थित है. आप मोबाइल नंबर: 9319045850 या फोन नंबर: 011-24626966, 011-68225363 पर संपर्क कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए आप हमारी वेबसाइट www.shrijagannathmandirdelhi.in पर भी जा सकते हैं.

भक्तों का मानना है कि शिव विवाह में शामिल होने से शिव-पार्वती की कृपा प्राप्त होती है, जो वैवाहिक जीवन में सामंजस्य, परिवार में सुख-शांति और आध्यात्मिक उन्नति लाती है. यह एक ऐसा दुर्लभ अवसर है जहाँ भक्त दैवीय मिलन के साक्षी बनते हैं.

Share this post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shri Jagannath Mandir & Odisha Arts & Cultural Centre is a Non Profit and Non Political registered Society having the objective of promotion of Classical dances of Indian including Odishi and Social Welfare related activities like helping the deprived section of society by way of organising medical health check-up camps, feeding the poor and needy children, helping the poor patients etc, besides arranging rituals activities of the Mandir.

We are under 80 G & 12 A ( Income Tax Act) , You can donate and get benefit in income tax.

Anubhav Mohanty & Jagrati Shukla’s Wedding

AT SHRI JAGANNATH MANDIR, THYAGRAJ NAGAR, DELHI

Related Posts
Niladri Bije Tyagaraj Nagar 2025: Lord Jagannath's grand homecoming.

नीलाद्री बिजे 2025: रथ यात्रा का भव्य समापन – जब भगवान जगन्नाथ अपने धाम लौटते हैं, और रूठी प्रिया को मनाते हैं!

नीलाद्री बिजे त्यागराज नगर: आस्था, प्रेम और मिलन का ये अद्वितीय पर्व! एक महीने से अधिक समय तक चला प्रतीक्षा का सफर, दस दिनों की

Read More »
Social Media Updates