तिथि: 8 सितम्बर 2025 से 21 सितम्बर 2025
समय: प्रातः 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक
📍 स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली
👉 ऑनलाइन बुकिंग करें या मंदिर रिसेप्शन पर संपर्क करें।
📞 बुकिंग लिंक/कॉल: https://crm.shrijagannathmandirdelhi.in/ritual_booking
(श्राद्ध कर्म “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर किए जाएंगे।)
🌸 पितृ पक्ष का महत्व
हिंदू संस्कृति में पितरों का सम्मान सर्वोपरि माना गया है। वेदों और पुराणों में उल्लेख है कि पूर्वजों का आशीर्वाद ही संतान, धन, समृद्धि और सुख-शांति का आधार होता है।
पितृ पक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष भी कहते हैं, हर वर्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस्या तक चलता है। इस दौरान श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान द्वारा पितरों को स्मरण किया जाता है।
गरुड़ पुराण और महाभारत के अनुसार, श्राद्ध से पितर तृप्त होते हैं और अपनी संतान को आशीर्वाद देते हैं। जो संतान अपने पितरों का स्मरण करती है, उसके जीवन से संकट दूर होते हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है।
🕉️ श्राद्ध का आध्यात्मिक मूल्य
श्राद्ध सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह:
-
पितरों के प्रति आभार व्यक्त करने का अवसर है।
-
कर्म ऋण से मुक्ति दिलाने वाला साधन है।
-
परिवार में सद्भाव और समृद्धि लाने वाला पर्व है।
-
आने वाली पीढ़ियों को अपने संस्कार और परंपरा से जोड़ने का माध्यम है।
ओड़िया परंपरा में कहा गया है:
“ପିତୃଙ୍କ ସ୍ମରଣ ବିନା ଜୀବନର ସଫଳତା ସମ୍ଭବ ନୁହେଁ।”
(पितरों का स्मरण किए बिना जीवन की सफलता संभव नहीं है।)
🛕 श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर में पितृ पक्ष श्राद्ध
दिल्ली का श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर हर वर्ष पितृ पक्ष के अवसर पर विशेष श्राद्ध अनुष्ठान आयोजित करता है। इस वर्ष भी 8 सितम्बर से 21 सितम्बर 2025 तक प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक श्राद्ध कर्म संपन्न होंगे।
विशेषताएँ
-
वेदिक रीति से श्राद्ध और तर्पण
-
अनुभवी आचार्यों द्वारा अनुष्ठान
-
मंदिर प्रांगण में पवित्र वातावरण
-
महाप्रसाद वितरण
-
ऑनलाइन बुकिंग सुविधा
📖 श्राद्ध कर्म की मुख्य विधियाँ
-
तर्पण: जल, तिल और कुशा से पितरों को अर्पण।
-
पिंडदान: चावल, तिल और जल से पिंड का निर्माण और समर्पण।
-
श्राद्ध भोज: ब्राह्मणों को भोजन कराना और दान देना।
-
हवन: वातावरण की शुद्धि और पितरों की तृप्ति के लिए।
🙏 श्राद्ध का मूल्य (महत्व और लाभ)
-
पूर्वजों की आत्मा की शांति।
-
संतान के जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य और सुख की प्राप्ति।
-
परिवार में विवाद और संकटों का समाधान।
-
आध्यात्मिक उन्नति और पुण्य लाभ।
शास्त्रों में कहा गया है:
“श्राद्धेन पितरः तृप्यन्ति, तृप्ताः तु तुश्यम्यहम्।”
(श्राद्ध से पितर तृप्त होते हैं और प्रसन्न होकर संतान को आशीर्वाद देते हैं।)
📌 बुकिंग जानकारी
📅 तारीख: 8 सितम्बर – 21 सितम्बर 2025
⏰ समय: सुबह 9:00 बजे – दोपहर 2:00 बजे
📍 स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली
👉 बुकिंग लिंक: https://crm.shrijagannathmandirdelhi.in/ritual_booking
📞 कॉल करें: मंदिर रिसेप्शन पर सीधे संपर्क करें
(अनुष्ठान “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर होंगे।)
❓ FAQs – पितृ पक्ष श्राद्ध 2025
Q1. पितृ पक्ष श्राद्ध कब है 2025 में?
8 सितम्बर से 21 सितम्बर 2025 तक।
Q2. श्राद्ध क्यों किया जाता है?
पितरों की आत्मा की शांति और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए।
Q3. क्या मंदिर में ऑनलाइन बुकिंग सुविधा है?
हाँ, आप बुकिंग लिंक से बुक कर सकते हैं।
Q4. समय क्या रहेगा?
प्रतिदिन सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक।
Q5. क्या सभी परिवार इसमें भाग ले सकते हैं?
हाँ, सभी लोग पूर्वजों की श्रद्धा से श्राद्ध कर सकते हैं।
🌸 निष्कर्ष
पितृ पक्ष श्राद्ध केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि यह जीवन के प्रति आभार और पूर्वजों के ऋण से मुक्ति का पर्व है। यदि आप अपने पितरों को याद कर उनकी आत्मा की शांति चाहते हैं, तो इस वर्ष 8 सितम्बर से 21 सितम्बर 2025 तक श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में आयोजित श्राद्ध अनुष्ठान में अवश्य सम्मिलित हों।
🙏 अपने पितरों का स्मरण कर उनके आशीर्वाद से जीवन को सुख-समृद्धि से भरें। 🙏
👉 बुकिंग हेतु लिंक पर क्लिक करें: https://crm.shrijagannathmandirdelhi.in/ritual_booking