🪔 पहिली भोग: भगवान जगन्नाथ को समर्पित एक विशेष परंपरा
Shri Jagannath Mandir, Thyagraj Nagar, Delhi में हर वर्ष धनु संक्रांति से मकर संक्रांति तक मनाई जाने वाली पहिली भोग की परंपरा श्रद्धालुओं के लिए विशेष आध्यात्मिक महत्व रखती है। यह 30 दिवसीय आयोजन न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि सांस्कृतिक विरासत को सहेजने वाला पर्व भी है।
📜 पहिली भोग का धार्मिक महत्व
“पहिली भोग” का तात्पर्य है — वह पहला भोग जो भगवान को विशेष रूप से अर्पित किया जाता है जब देवी लक्ष्मी अपने मायके जाती हैं। ऐसी मान्यता है कि मार्गशीर्ष मास में देवी लक्ष्मी भगवान जगन्नाथ को छोड़ अपने पिता के घर जाती हैं और इस दौरान माँ यशोदा, भगवान के लिए विशेष भोजन तैयार करती हैं।
यह परंपरा भक्ति, त्याग और सेवा की प्रतीक है, जो हर वर्ष श्रद्धा से निभाई जाती है।
🏛️ स्थान और आयोजन अवधि
📍 स्थान: Shri Jagannath Mandir, Thyagraj Nagar, New Delhi
🗓️ समय:
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आरंभ: 15 दिसंबर 2024 (धनु संक्रांति)
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समापन: 14 जनवरी 2025 (मकर संक्रांति की पूर्व संध्या)
🍛 भोग अर्पण की प्रक्रिया
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भक्त किसी भी दिन ₹501/- अर्पण कर सकते हैं।
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भोग में 11 व्यंजन शामिल होते हैं:
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मीठे चावल
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सादा चावल
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मीठी दाल
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साग
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घांट (मिक्स वेज)
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खट्टा
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गाजा
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खाजा
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लड्डू
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रसगुल्ला
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एंडुरी
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⌛ भोग वितरण समय: सुबह 9:00 बजे के बाद मंदिर से प्राप्त किया जा सकता है।
📞 संपर्क: 9319045850, 011-24626966, 011-24647722
🌟 पहिली भोग के लाभ
✅ आध्यात्मिक ऊर्जा: भगवान को प्रेमपूर्वक अर्पित किया गया भोग मन को शांति प्रदान करता है।
✅ पारिवारिक सुख-शांति: इस भोग को करने से परिवार में समृद्धि व सुख बना रहता है।
✅ सांस्कृतिक जुड़ाव: यह परंपरा भारतीय संस्कृति से हमें आत्मिक रूप से जोड़ती है।
📸 त्यागराज नगर मंदिर में अन्य सेवाएं भी देखें:
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: पहिली भोग क्या है?
यह भगवान जगन्नाथ को अर्पित विशेष भोग है जो धनु संक्रांति से मकर संक्रांति तक होता है।
Q2: यह आयोजन कहाँ होता है?
Shri Jagannath Mandir, Thyagraj Nagar, Delhi में।
Q3: दान राशि कितनी है?
₹501/- में भोग अर्पण किया जाता है।
Q4: भोग में क्या-क्या होता है?
11 विशिष्ट व्यंजन जिनमें चावल, दाल, मिठाई, साग, रसगुल्ला आदि शामिल हैं।
Q5: कैसे बुक करें?
आप यहाँ क्लिक करें या QR कोड स्कैन करें।