🌼 गीता जयंती 2025 – श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में विशेष आयोजन
🪔 “जहाँ धर्म है, वहीं विजय है — यतो धर्मस्ततो जयः”
गीता जयंती वह पावन दिवस है जब भगवान श्रीकृष्ण ने कुरुक्षेत्र के युद्धभूमि पर अर्जुन को भगवद गीता का अमर उपदेश दिया था। यह दिन धर्म, कर्तव्य और भक्ति का प्रतीक है — वह ज्ञान जो आज भी हर युग में जीवन का मार्गदर्शन करता है।
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में गीता जयंती 2025 का उत्सव 3 दिसंबर 2025 (बुधवार) को बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाया जाएगा। मंदिर में इस दिन विशेष गीता पाठ, भजन-कीर्तन, प्रवचन और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाएगा।
📖 गीता जयंती का महत्व
गीता जयंती केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मा के जागरण का प्रतीक है। यह दिन हमें कर्तव्यनिष्ठा, संयम और निष्काम कर्म का संदेश देता है।
भगवान श्रीकृष्ण ने कहा —
“कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।”
(हे अर्जुन, तेरा अधिकार केवल कर्म करने में है, फलों में कभी नहीं।)
यह उपदेश हमें सिखाता है कि सच्चा कर्म वही है जो बिना स्वार्थ और फल की इच्छा के किया जाए। यही जीवन का सार और सफलता का वास्तविक मार्ग है।
🪔 श्री जगन्नाथ मंदिर में गीता जयंती का कार्यक्रम
हर वर्ष की तरह इस बार भी श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में गीता जयंती का आयोजन भव्य रूप से किया जाएगा।
🌼 कार्यक्रम की रूपरेखा (3 दिसंबर 2025, बुधवार):
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मंगला आरती – सुबह 6:15 बजे
भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा माँ के दिव्य दर्शन के साथ दिन का शुभारंभ। -
गीता पाठ एवं प्रवचन – सुबह 10:00 बजे से
भगवद गीता के श्लोकों का सामूहिक पाठ एवं ज्ञानी वक्ताओं द्वारा सारगर्भित प्रवचन। -
भजन-कीर्तन – शाम 5:30 बजे से
मधुर भजनों और हरे कृष्ण महामंत्र के संकीर्तन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठेगा। -
संध्या आरती एवं दीपदान – शाम 6:30 बजे
भगवान श्रीकृष्ण के समक्ष दीपदान कर ज्ञान के प्रकाश का स्वागत करें। -
महाप्रसाद सेवा – रात 7:30 बजे से
पूजा उपरांत भक्तों को शुद्ध देसी घी से बना ओड़िया शैली का महाप्रसाद वितरित किया जाएगा।
🌿 क्यों मनाएँ गीता जयंती श्री जगन्नाथ मंदिर में
🌸 1. अद्भुत आध्यात्मिक वातावरण
मंदिर की पवित्रता, शांत वातावरण और ओड़िया परंपराओं से भरा माहौल भक्ति का अद्भुत अनुभव कराता है।
🌼 2. सामूहिक भक्ति का अनुभव
सैकड़ों श्रद्धालु एक साथ गीता पाठ में शामिल होकर एकता, श्रद्धा और ज्ञान का संदेश फैलाते हैं।
🌺 3. भगवान जगन्नाथ – श्रीकृष्ण का ही रूप
भगवान जगन्नाथ स्वयं श्रीकृष्ण का ही स्वरूप हैं। यहाँ गीता जयंती मनाना ऐसा है मानो स्वयं कृष्ण से उपदेश सुनना।
🌿 4. संस्कृति और आस्था का संगम
यह मंदिर ओड़िया परंपरा के साथ-साथ दिल्ली के सांस्कृतिक जीवन का भी एक जीवंत केंद्र है।
📚 गीता का संदेश – जीवन का मार्गदर्शन
भगवद गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाने वाली एक दिव्य शिक्षा है।
यह हमें सिखाती है —
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कर्तव्यनिष्ठा: बिना स्वार्थ कर्म करना।
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संयम: सफलता और असफलता दोनों में समान रहना।
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भक्ति: अहंकार त्यागकर प्रभु में समर्पित होना।
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ज्ञान: आत्मा के अमर स्वरूप को समझना।
🕉️ मंदिर का समय (दीवाली से होली तक)
| आरती/अनुष्ठान | समय |
|---|---|
| मंगला आरती | 06:15 AM |
| गोपाल बल्लभ आरती | 09:30 AM |
| बड़ा भोग आरती | 12:45 PM – 01:00 PM |
| संध्या आरती | 06:30 PM |
| शयन आरती | 07:45 PM – 08:15 PM |
| मंदिर बंद होने का समय | 09:00 PM |
🌼 आप कैसे शामिल हो सकते हैं
🙏 गीता जयंती के अवसर पर श्रद्धालु निम्न प्रकार से भाग ले सकते हैं:
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गीता पाठ और भजन-कीर्तन में भाग लेकर
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दीपदान या तुलसी अर्पण करके
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परिवार सहित प्रवचन और आरती में उपस्थित रहकर
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महाप्रसाद सेवा में सम्मिलित होकर
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दान या सेवा योगदान देकर
इस दिन किया गया प्रत्येक श्लोक-पाठ और दीपदान अत्यंत शुभ माना जाता है।
📍 स्थान और संपर्क जानकारी
📍 श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली – 110003 (INA मेट्रो के पास)
🌐 वेबसाइट: www.shrijagannathmandirdelhi.in
📞 संपर्क: +91 9319045850 | 011-24626966
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1️⃣ गीता जयंती 2025 कब है?
गीता जयंती 3 दिसंबर 2025 (बुधवार) को मनाई जाएगी।
2️⃣ क्या मंदिर में विशेष कार्यक्रम होगा?
हाँ, सुबह गीता पाठ, शाम को भजन-कीर्तन, दीपदान और महाप्रसाद का आयोजन रहेगा।
3️⃣ क्या सभी भक्त शामिल हो सकते हैं?
हाँ, यह आयोजन सभी श्रद्धालुओं के लिए खुला है। कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।
4️⃣ क्या प्रसाद की व्यवस्था होगी?
जी हाँ, पूजा उपरांत महाप्रसाद सेवा सभी के लिए उपलब्ध होगी।
5️⃣ क्या मंदिर में पार्किंग की सुविधा है?
हाँ, मंदिर परिसर के आसपास पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध है।
गीता जयंती हमें यह सिखाती है कि जीवन के हर संघर्ष में धर्म, कर्तव्य और भक्ति ही हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का उपदेश हर हृदय में फिर से गूंजता है —
“उठो, कर्म करो, अपने धर्म का पालन करो और परम सत्य की ओर बढ़ो।”
इस गीता जयंती 2025 पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा माँ से यही प्रार्थना करें कि वे हमें ज्ञान, शांति और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दें।

