श्री श्याम मिलन संकीर्तन का भव्य आयोजन पहली बार श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में

🙏 “जहाँ प्रेम है, वहीं प्रभु का वास है।” इसी प्रेम और भक्ति की एक अद्वितीय मिसाल देखने को मिली 28 अप्रैल 2025 को, जब पहली बार श्री श्याम मिलन परिवार कोटला मुबारकपुर (रजि.) ने श्री श्याम प्रभु का 262वाँ श्री श्याम मिलन संकीर्तन श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में आयोजित किया। यह […]
Rath Anukula & Akshaya Tritiya (Rath Nirman Puja)

श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली में 30 अप्रैल 2025 को विशेष आयोजन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं में भगवान श्री जगन्नाथ जी की रथ यात्रा का विशेष महत्व है। यह यात्रा न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक है, बल्कि समाज में एकता, भक्ति और सेवा की भावना को भी जाग्रत करती है। इस […]
पणा संक्रांति 2025: श्री जगन्नाथ मंदिर, दिल्ली में पारंपरिक आस्था और उल्लास का संगम

भारत विविधता में एकता का प्रतीक है और यहां के त्योहार इसकी जीवंत मिसाल हैं। उन्हीं में से एक है पणा संक्रांति, जो विशेष रूप से ओडिशा में मनाया जाने वाला पारंपरिक पर्व है। यह त्योहार न केवल मौसम के बदलाव को दर्शाता है, बल्कि नई ऊर्जा, उर्वरता और धर्म के प्रति आस्था का प्रतीक […]
छेना पोड़ा दिवस – भक्ति, संस्कृति और स्वाद का मीठा उत्सव

भारत विविधताओं से भरा एक ऐसा देश है जहाँ हर त्यौहार अपने साथ एक गहरी आस्था, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और विशेष व्यंजन लेकर आता है। इन्हीं विशेष उत्सवों में से एक है छेना पोड़ा दिवस, जो ओडिशा के प्रसिद्ध और भगवान जगन्नाथ को प्रिय मिठाई छेना पोड़ा को समर्पित है। यह मिठाई न सिर्फ स्वाद में […]
माँ सिद्धिदात्री की कथा एवं आरती

माँ सिद्धिदात्री नवरात्रि के नौवें और अंतिम दिन पूजित होती हैं। वे सभी प्रकार की सिद्धियों को प्रदान करने वाली देवी हैं। इनके पूजन से भक्तों को अष्ट सिद्धियाँ (अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्राकाम्य, ईशित्व और वशित्व) प्राप्त होती हैं। पौराणिक कथा भगवान शिव ने माँ सिद्धिदात्री की कृपा से ही सभी सिद्धियों को […]
माँ महागौरी की कथा एवं आरती

माँ महागौरी नवरात्रि के आठवें दिन पूजित होती हैं। वे श्वेत रंग की, अति शांत, करुणामयी और तेजस्वी देवी हैं। उनका स्वरूप पूर्ण रूप से शुद्धता और कल्याण का प्रतीक है। पौराणिक कथा जब माँ पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की, तब वे कई वर्षों तक घने […]
माँ कालरात्रि की कथा एवं आरती

माँ कालरात्रि नवरात्रि के सातवें दिन पूजित होती हैं। ये भय, नकारात्मक ऊर्जा और दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाली देवी हैं। इनका स्वरूप अत्यंत उग्र है, लेकिन भक्तों के लिए ये मंगलकारी होती हैं, इसलिए इन्हें शुभंकारी भी कहा जाता है। पौराणिक कथा एक बार रक्तबीज नामक असुर का आतंक पूरे ब्रह्मांड में फैल […]
माँ कात्यायनी की कथा एवं आरती

माँ कात्यायनी नवरात्रि के छठे दिन पूजित होती हैं। ये शक्ति का दिव्य स्वरूप हैं और राक्षसों के संहार के लिए जानी जाती हैं। पौराणिक कथा महर्षि कात्यायन ने कठोर तपस्या कर माँ भगवती को पुत्री रूप में पाने का वरदान प्राप्त किया। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर माँ ने उनके घर में जन्म लिया, […]
माँ स्कंदमाता की कथा एवं आरती

माँ स्कंदमाता नवरात्रि के पाँचवें दिन पूजित होती हैं। ये भगवान कार्तिकेय (स्कंद) की माता हैं, इसलिए इन्हें स्कंदमाता कहा जाता है। पौराणिक कथा माँ स्कंदमाता की कथा उनके पुत्र भगवान कार्तिकेय (स्कंद) से जुड़ी हुई है। जब राक्षस तारकासुर का आतंक बढ़ा, तब भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र कार्तिकेय ने उसका वध […]
माँ कूष्मांडा की कथा एवं आरती

माँ कूष्मांडा नवरात्रि के चौथे दिन पूजित होने वाली देवी हैं। इन्हें ब्रह्मांड की सृजनकर्ता माना जाता है। अपने हल्के हास्य से उन्होंने पूरे ब्रह्मांड की रचना की, इसलिए इन्हें कूष्मांडा कहा जाता है। पौराणिक कथा जब सृष्टि नहीं थी, चारों ओर अंधकार व्याप्त था, तब माँ कूष्मांडा ने अपने दिव्य तेज से ब्रह्मांड की […]