🪔 पहिली भोग 2025–26: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में 30 दिवसीय दिव्य परंपरा
आयोजन अवधि: 16 दिसंबर 2025 (धनु संक्रांति) से 13 जनवरी 2026 (मकर संक्रांति की पूर्व संध्या)
स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, नई दिल्ली
बुकिंग लिंक: https://crm.shrijagannathmandirdelhi.in/anna_booking
🌼 पहिली भोग: भगवान जगन्नाथ को अर्पित प्रेम और भक्ति की अनोखी परंपरा
श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में हर वर्ष मनाई जाने वाली पहिली भोग की 30-दिवसीय परंपरा भक्ति, सेवा और सांस्कृतिक विरासत का अद्भुत संगम है। यह अनुष्ठान धनु संक्रांति शुरू होते ही प्रारंभ होता है और मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व तक चलता है।
पहिली भोग का अर्थ है—वह प्रथम भोजन जो भगवान जगन्नाथ को प्रतिदिन विशेष रूप से अर्पित किया जाता है, ठीक वैसे ही जैसे माँ यशोदा श्रीकृष्ण के लिए प्रेम से भोग बनाती थीं। मान्यता है कि इस अवधि में देवी लक्ष्मी अपने मायके जाती हैं और भगवान जगन्नाथ के लिए मातृ-स्नेह से भोग तैयार किया जाता है।
यह परंपरा न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि भक्तों को भगवान के साथ भावनात्मक रूप से जोड़ने वाला दिव्य माध्यम भी है।
🗓️ आयोजन की पूरी अवधि
📍 स्थान: श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली
🗓️ आरंभ: 16 दिसंबर 2025
🗓️ समापन: 13 जनवरी 2026
भक्त किसी भी दिन भोग अर्पण करने के लिए बुकिंग कर सकते हैं।
📌 ऑनलाइन बुकिंग (केवल ऑनलाइन उपलब्ध):
👉 https://crm.shrijagannathmandirdelhi.in/anna_booking
🍛 पहिली भोग में शामिल 11 विशेष व्यंजन
भक्त ₹501/- अर्पण करके किसी भी दिन भगवान को भोग अर्पित कर सकते हैं।
11 पारंपरिक व्यंजनों की थाली:
- मीठे चावल
- सादा चावल
- मीठी दाल
- साग
- घांट (मिक्स वेज)
- खट्टा
- गाजा
- खाजा
- लड्डू
- रसगुल्ला
- एंडुरी पिठा
⏰ भोग वितरण समय: सुबह 9:00 बजे के बाद मंदिर से प्राप्त किया जा सकता है।
📞 संपर्क: 9319045850, 011-24626966, 011-24647722
🌟 पहिली भोग के आध्यात्मिक लाभ
- मन–शांति एवं मानसिक संतुलन: प्रेम से अर्पित भोग मन को शांति प्रदान करता है।
- परिवार में सुख–समृद्धि: भोग अर्पण से घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।
- पुण्य की प्राप्ति: यह अनुष्ठान जन्म–जन्मांतर के पापों को मिटाता है और भक्त को पुण्य प्रदान करता है।
- सांस्कृतिक जुड़ाव: यह आयोजन हमें ओड़िया संस्कृति, परंपरा और भगवान जगन्नाथ की महिमा से जोड़ता है।
🌺 त्यागराज नगर जगन्नाथ मंदिर में उपलब्ध अन्य सेवाएँ
- रथ यात्रा कार्यक्रम
- चंदन यात्रा आयोजन
- मंदिर में उपलब्ध निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर
- पूर्ण प्रांगण में पूजा–अर्चना एवं दैनिक आरती
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
Q1: पहिली भोग क्या है?
पहिली भोग वह विशेष भोग है जो भगवान जगन्नाथ को धनु संक्रांति से मकर संक्रांति तक प्रतिदिन अर्पित किया जाता है।
Q2: यह आयोजन कहाँ होता है?
केवल श्री जगन्नाथ मंदिर, त्यागराज नगर, दिल्ली में।
Q3: भोग की दान राशि कितनी है?
केवल ₹501/- में किसी भी दिन भोग अर्पित किया जा सकता है।
Q4: भोग में क्या–क्या शामिल है?
11 पारंपरिक व्यंजन; चावल, दाल, मिठाई, साग, रसगुल्ला आदि।
Q5: बुकिंग कैसे करें?
👉 ऑनलाइन बुकिंग अनिवार्य है: https://crm.shrijagannathmandirdelhi.in/anna_booking
Q6: क्या भोग घर ले जाने की अनुमति है?
हाँ, सुबह 9 बजे के बाद मंदिर से भोग प्राप्त किया जा सकता है।
Q7: क्या यह परंपरा सभी श्रद्धालुओं के लिए है?
हाँ, हर कोई इस पवित्र परंपरा में शामिल हो सकता है।
🙏 निष्कर्ष: दिव्य अनुष्ठान में आपका स्वागत है
धनु संक्रांति से मकर संक्रांति तक चलने वाली पहिली भोग की यह परंपरा भगवान जगन्नाथ की कृपा पाने का एक अद्भुत अवसर है।
त्यागराज नगर जगन्नाथ मंदिर में आयोजित इस पवित्र 30-दिवसीय उत्सव में शामिल होकर आप आध्यात्मिक लाभ, सांस्कृतिक अनुभव और दिव्य ऊर्जा का अनुभव कर सकते हैं।
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जय जगन्नाथ! 🙏

